हरियाणा भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित एक प्रगतिशील राज्य है, जिसकी राजधानी चंडीगढ़ है और यह दिल्ली से सटा हुआ है। यह राज्य कृषि, खेल, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा एवं औद्योगिक विकास के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी स्थान रखता है। हरियाणा का गठन 1 नवम्बर 1966 को पंजाब से अलग करके किया गया था। आज हरियाणा देश के उन राज्यों में गिना जाता है जहाँ की प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है।
हरियाणा का ग्रामीण जीवन और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था इसकी आत्मा है। यहां के प्रमुख फसलें गेहूं, धान, बाजरा, गन्ना आदि हैं। आधुनिक कृषि तकनीकों के प्रयोग और सरकारी योजनाओं के चलते किसानों को नई ऊंचाइयाँ मिली हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जैसे कि पीएम किसान सम्मान निधि, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, फसल बीमा योजना, किसानों के जीवन को सरल बनाने में मदद कर रही हैं।
हरियाणा खेलों में भी अग्रणी है। यहां से कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकले हैं जैसे कि साक्षी मलिक, योगेश्वर दत्त, नीरज चोपड़ा आदि। राज्य सरकार द्वारा ‘खेल नर्सरी योजना’ और खिलाड़ियों के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजनाएं चलाई जा रही हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में भी हरियाणा ने उल्लेखनीय प्रगति की है। डिजिटल शिक्षा, मुफ्त स्कूली शिक्षा, छात्रवृत्ति योजनाएं, और ऑनलाइन पोर्टलों की मदद से छात्रों को घर बैठे सुविधाएं मिल रही हैं।
राज्य सरकार ने डिजिटलीकरण को बहुत तेजी से अपनाया है। e-District पोर्टल, परिवार पहचान पत्र (PPP), हरियाणा उद्यम पोर्टल, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, भूमि रिकॉर्ड, रोजगार पंजीकरण जैसी सेवाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इससे न केवल समय की बचत होती है, बल्कि पारदर्शिता भी बनी रहती है।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) और हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) के माध्यम से सरकारी भर्तियां नियमित रूप से होती हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए ये वेबसाइटें बेहद उपयोगी हैं। इसके अलावा राशन कार्ड, बिजली बिल भुगतान, जल आपूर्ति, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन जैसी योजनाएं भी पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई हैं।
पर्यटन के दृष्टिकोण से भी हरियाणा समृद्ध है। कुरुक्षेत्र, थानेसर, मोरनी हिल्स, पिंजौर गार्डन, सूरजकुंड मेला आदि यहाँ के प्रसिद्ध स्थल हैं जो सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।